निर्धन व्यक्तियों द्वारा वाद
न्यायालय में जब भी दावा संस्तिथ किया जाता है तो विधि द्वारा निर्धारित शुल्क अदा करना होता है अगर प्राप्त न्याय शुल्क अदा ना करें तो न्यायालय निर्धारित समय अवधि…
न्यायालय में जब भी दावा संस्तिथ किया जाता है तो विधि द्वारा निर्धारित शुल्क अदा करना होता है अगर प्राप्त न्याय शुल्क अदा ना करें तो न्यायालय निर्धारित समय अवधि…
Hello Friends, Chamaria Law Classes मे एक बार फिर आप सब का स्वागत हैं आज की पोस्ट मे आप सभी हरियाणा सिविल सर्विस की न्यायिक परीक्षा के बारे मे जानेगे…
धारा 9 :- जब तक अन्यथा वर्जित ना हो सभी सिविल न्यायालय सिविल वादों का विचारण करेंगे | सिविल न्यायालय की अधिकारिता ( सिविल वादों का विचारण )से क्या अर्थ…
प्रथम सुनवाई मे वाद का निपटारा कैसे होता हैं | यदि न्यायालय को वाद की पहली सुनवाई में यह प्रतीत हो कि पक्षकारों में विधि या तथ्य संबंधी कोई विवाद…
आर बनाम क्रिस्टाऊ 1992ऑल इंग्लैंड रिपोर्ट में बताया गया कि साक्ष्य चाहे किसी तरह से प्राप्त किया गया हो, मान्य है। कश्मीरा सिंह बनाम मध्य प्रदेश राज्य 1952 एस सी…
दृश्यमान स्वामी द्वारा संपत्ति अंतरण का सिद्धांत :- जो व्यक्ति किसी संपत्ति का वास्तविक स्वामी प्रतीत हो किंतु वास्तव में स्वामी ना हो दृश्यमान स्वामी कहलाता है । दृश्यमान स्वामी…
Sec 35 :- निर्वाचन का सिद्धांत जहां की कोई व्यक्ति ऐसे संपत्ति अंतरित करने की प्रव्यज्जना करता है जिसे अंतरित करने का उसे कोई अधिकार नहीं है और उसी संव्यवहार…
Qus :- पट्टे से आप क्या समझते हैं ? अचल संपति का पट्टा कब समाप्त हो जाता हैं | Ans :- अचल संपति के उपभोग का ऐसा अंतरण जो निश्चित…
Case Laws of CRPC हरियाणा राज्य बनाम दिनेश कुमार (2008) उपरोक्त वाद में माननीय उच्चतम न्यायालय ने गिरफ्तारी का अर्थ बताया है माननीय न्यायालय ने कहा है कि पुलिस अधिकारी…