Cause Of Action (वाद हेतुक)
वाद हेतुक से अभिप्राय :- वाद हेतुक से तात्पर्य उस कारण या परिस्थितियों के उस समूह से हैं जिनके आधार पर वाद संस्थित किया जाता है । साधारण शब्दों में…
वाद हेतुक से अभिप्राय :- वाद हेतुक से तात्पर्य उस कारण या परिस्थितियों के उस समूह से हैं जिनके आधार पर वाद संस्थित किया जाता है । साधारण शब्दों में…
आम तौर पर एक आपराधिक मुकदमे को एफआईआर दर्ज करने से लेकर उसके फैसले तक मुख्य चरणों से गुजरना पड़ता है, वे निम्नानुसार हैं :- एफआईआर :- कोई भी व्यक्ति…
सिविल प्रक्रिया संहिता की महत्वपूर्ण धाराएँ :- सीपीसी की धाराएं ऐसे प्रावधान प्रदान करती हैं जो क्षेत्राधिकार के सामान्य सिद्धांतों से संबंधित हैं। धारा 2. परिभाषाएँ. धारा 6. आर्थिक क्षेत्राधिकार.…
Hello friends, Chamaria Law Classes मे एक बार फिर आप सबका स्वागत हैं | आज की पोस्ट मे हम माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जारी महत्तवपूर्ण आदेश के बारे मे जानेगे…
न्यायालय में जब भी दावा संस्तिथ किया जाता है तो विधि द्वारा निर्धारित शुल्क अदा करना होता है अगर प्राप्त न्याय शुल्क अदा ना करें तो न्यायालय निर्धारित समय अवधि…
धारा 9 :- जब तक अन्यथा वर्जित ना हो सभी सिविल न्यायालय सिविल वादों का विचारण करेंगे | सिविल न्यायालय की अधिकारिता ( सिविल वादों का विचारण )से क्या अर्थ…
प्रथम सुनवाई मे वाद का निपटारा कैसे होता हैं | यदि न्यायालय को वाद की पहली सुनवाई में यह प्रतीत हो कि पक्षकारों में विधि या तथ्य संबंधी कोई विवाद…
चैक अनादरण की शिकायत :- Negotiable Instruments Act 1881 की धारा 138 के तहत प्रक्रिया आज के डिजिटल युग में भी चैक का उपयोग बड़े पैमाने पर होता है। हालांकि,…
आर बनाम क्रिस्टाऊ 1992ऑल इंग्लैंड रिपोर्ट में बताया गया कि साक्ष्य चाहे किसी तरह से प्राप्त किया गया हो, मान्य है। कश्मीरा सिंह बनाम मध्य प्रदेश राज्य 1952 एस सी…
धारा 8 :- हेतु,तैयारी,पूर्व, पश्चात का आचरण :- कोई भी तथ्य जो भी विवाधक या सुसंगत तथ्य का हेतु या तैयारी दर्शित या गठित करें सुसंगत है । वाद या…