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सिविल प्रक्रिया संहिता, 1908 की महत्वपूर्ण धाराएँ, आदेश एवं नियम

सिविल प्रक्रिया संहिता की महत्वपूर्ण धाराएँ :- सीपीसी की धाराएं ऐसे प्रावधान प्रदान करती हैं जो क्षेत्राधिकार के सामान्य सिद्धांतों से संबंधित हैं। धारा 2. परिभाषाएँ. धारा 6. आर्थिक क्षेत्राधिकार.…

अब वाद और याचिका के पीछे नहीं लगेगी जाति और धर्म

Hello friends, Chamaria Law Classes मे एक बार फिर आप सबका स्वागत हैं | आज की पोस्ट मे हम माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जारी महत्तवपूर्ण आदेश के बारे मे जानेगे…

निर्धन व्यक्तियों द्वारा वाद

न्यायालय में जब भी दावा संस्तिथ किया जाता है तो विधि द्वारा निर्धारित शुल्क अदा करना होता है अगर प्राप्त न्याय शुल्क अदा ना करें तो न्यायालय निर्धारित समय अवधि…

सिविल वादों का विचारण  ( दीवानी प्रकृति के वादों का विचारण )

धारा 9 :- जब तक अन्यथा वर्जित ना हो सभी सिविल न्यायालय सिविल वादों का विचारण करेंगे | सिविल न्यायालय की अधिकारिता ( सिविल वादों का विचारण )से क्या अर्थ…

प्रथम सुनवाई मे वाद का निपटारा

प्रथम सुनवाई मे वाद का निपटारा कैसे होता हैं | यदि न्यायालय को वाद की पहली सुनवाई में यह प्रतीत हो कि पक्षकारों में विधि या तथ्य संबंधी कोई विवाद…

Case laws of Evidence [साक्ष्य से संबंधित मुख्य केस लॉ]

आर बनाम क्रिस्टाऊ 1992ऑल इंग्लैंड रिपोर्ट में बताया गया कि साक्ष्य चाहे किसी तरह से प्राप्त किया गया हो, मान्य है। कश्मीरा सिंह बनाम मध्य प्रदेश राज्य 1952 एस सी…

TEST IDENTIFICATION[INDIAN EVIDENCE ACT 1872] शिनाख्त परेड (धारा 9)

धारा 8 :- हेतु,तैयारी,पूर्व, पश्चात का आचरण :- कोई भी तथ्य जो भी विवाधक या सुसंगत तथ्य का हेतु या तैयारी दर्शित या गठित करें सुसंगत है । वाद या…