निर्धन व्यक्तियों द्वारा वाद
न्यायालय में जब भी दावा संस्तिथ किया जाता है तो विधि द्वारा निर्धारित शुल्क अदा करना होता है अगर प्राप्त न्याय शुल्क अदा ना करें तो न्यायालय निर्धारित समय अवधि…
न्यायालय में जब भी दावा संस्तिथ किया जाता है तो विधि द्वारा निर्धारित शुल्क अदा करना होता है अगर प्राप्त न्याय शुल्क अदा ना करें तो न्यायालय निर्धारित समय अवधि…
Hello Friends, Chamaria Law Classes मे एक बार फिर आप सब का स्वागत हैं आज की पोस्ट मे आप सभी हरियाणा सिविल सर्विस की न्यायिक परीक्षा के बारे मे जानेगे…
धारा 9 :- जब तक अन्यथा वर्जित ना हो सभी सिविल न्यायालय सिविल वादों का विचारण करेंगे | सिविल न्यायालय की अधिकारिता ( सिविल वादों का विचारण )से क्या अर्थ…